जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केन्द्र की मोदी सरकार पर उसकी कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि अगले वर्ष कांग्रेस की सरकार बनने पर महिला आरक्षण को तत्काल लागू किया जायेगा।
खड़गे शनिवार को यहां राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय के नए भवन का शिलान्यास के बाद आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल सबसे पहले कांग्रेस सरकार लेकर आई थी। उस समय इसका इन लोगों ने विरोध किया जो अभी सरकार में हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार की नीयत और नीति साफ नहीं है और ये लोग केवल भाषण करते हैं। उन्होंने कहा कि महिला विधेयक का सबने मिलकर समर्थन किया लेकिन अब यह कब आयेगा, वर्ष 2030 तक आएगा। वर्ष 2029 में जनगणना होगी उसके बाद इसके लागू होने में और वक्त लगेगा और इसके आने में करीब दस साल की बात की जा रही हैं।
खड़गे ने कहा कि इस विधेयक को अभी लागू करना चाहिए। उन्होंने वादा करते हुए कहा कि अगर अगले वर्ष केन्द्र में कांग्रेस सरकार आती है तो वह तत्काल महिला आरक्षण देने का काम करेगी।
उन्होंने संसद के विशेष सत्र का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्र तो पांच दिन का बुलाया था लेकिन चार दिन में समाप्त कर दिया क्योंकि यह सत्र केवल संसद का नया भवन दिखाने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि इन्हें नए भवन को दिखाना था, उसमें ऐसा क्या है दिखाने के लिए जो मंत्रियों, भाजपा के बड़े बड़े कार्यकर्ताओं, फिल्म कलाकारों आदि को बुलाया गया कि देखिए नया भवन बनाया गया। उन्होंने कहा कि संसद भवन चर्चा करने का स्थान है, यह कोई प्रदर्शनी करने की जगह नहीं है। यह स्थान चर्चा करके लोगों की समस्याओं का हल करने का है वह तो करेंगे नहीं।
कांग्रेस के इसी सम्मेलन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सत्र हिन्दुस्तान का नाम बदलने के लिए बुलाया गया था लेकिन इन लोगों को बाद में पता लगा कि देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी, तो ये महिला आरक्षण विधेयक को ले आये जबकि इससे पहले इस विधेयक को कांग्रेस ही लेकर आई थी।
खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग केवल कहने के लिए दलित और आदिवासी को आगे करने की बात कहते हैं जबकि नई संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया। यह राष्ट्रपति का अपमान है। उन्हें आदिवासी होने की वजह से नहीं बुलाया। इससे पहले जब रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति थे तो उन्हें संसद भवन के शिलान्यास में नहीं बुलाया गया तो इस तरह इनकी कथनी और करनी में अंतर हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा हमारे खिलाफ कई उम्मीदवार खड़ा करती है, एक तो भाजपा का प्रत्याशी होता है, एक ईडी होती है और एक सीबीआई या अन्य एजेंसी होती है। वह चाहेंगे जब ईडी लगा देंगे, कांग्रेस का कोई कार्यक्रम एवं बैठक होगी उसके एक दिन पहले छापे पड़ते हैं और कहते हैं कि हम लोकतंत्र के हिसाब से काम कर रहे है जबकि डरा धमकाकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यकताओं का आह्वान किया कि भाजपा के इन प्रत्याशियों को मात करना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पहला अधिवेशन जयपुर में हुआ था जो ऐतिहासिक अधिवेशन था। ऐसा फिर कभी नहीं होगा। राजस्थान के लोग इस अधिवेशन में जो सहयोग दिया उसकी पूरे हिन्दुस्तान में चर्चा हुई। उन्होंने हैदराबाद में कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें कई फैसले लिए गए और हम इन्हें एक के बाद एक लाने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि उदयपुर अधिवेशन में भी फैसले लिए गए थे, उन्हें एक के बाद एक लागू कर रहे हैं। इस कारण आने वाले चुनाव को भी बहुत बड़ा फायदा होने वाला है। उन्होंने कार्यकर्ता का आह्वान करते हुए कहा वे हमारे हाथ मजबूत करने वाले हैं और उनका जिम्मा है कि वे मतदाताओं को लगातार जागरुक करे।
खड़गे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्ष 2018 घोषणा पत्र में जनता से किए गए वादे, पूरे किए गए है जबकि उससे एक कदम आगे बढ़कर सब कुछ दिया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करके बताती है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को सरकार इन उपलब्धियों को लोगों के बीच घर घर पहुंचाना है, यह देश, इसके लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने का समय हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में दुबारा कांग्रेस की सरकारी लानी है और सबको मिलकर एकजुट होकर अनुशासन से काम करना है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनियां गांधी जो मेहनत कर रहे हैं उसे आगे बढ़ाना है।
महिला आरक्षण विधेयक को अभी लागू किया जाना चाहिए : राहुल गांधी