रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के महू-नीमच राजमार्ग पर स्थित ग्राम ढोढर में एक व्यक्ति ने अपने छोटे भाई की विधवा पत्नी की जलाकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 33 वर्षीय निर्मला राठौड़ निवासी सरस्वती शिशु मंदिर रोड नई आबादी ढोढर के पति प्रकाश ने करीब 10 माह पहले रतलाम के सालाखेड़ी क्षेत्र में जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी।
निर्मला अपने दो बच्चों के साथ ससुराल मेें ही आरोपित जेठ सुरेश के घर से कुछ दूर रह रही थी। कल सुरेश राठौड़ लोहे की राड और शराब की बोटल में पेट्रोल लेकर निर्मला के घर पहुंचा तथा निर्मला के साथ विवाद कर लोहे के पाइप से मारपीट की। इससे वह घायल हो गई। इसके बाद उसने उस पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी।
इससे निर्मला जलती हुई घर के बाहर आकर बचाव के लिए शोर मचाने लगी। आसपास के लोग पहुंचे, लेकिन सुरेश राड लेकर महिला के आसपास घूमता रहा और लोगों को धमकाता रहा कि कोई बचाने आया तो उसे भी मार देगा। कुछ ही देर में निर्मला ने तपड़ते हुए दम तोड़ दिया। इसी बीच सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सुरेश को गिरफ्तार कर निर्मला का शव पोस्टमार्टम के लिए जावरा के सरकारी अस्पताल भिजवाया।
पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा ने बताया कि हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपी सुरेश राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपी सुरेश ने बताया कि निर्मला आए दिन विवाद करती थी, उसके छोटे भाई प्रकाश ने उसकी पत्नी निर्मला के चलते आत्महत्या कर ली थी। उसकी मौत के लिए निर्मला ही जिम्मेदार है।
वहीं प्रारंभिक जांच में यह बात भी सामने आई है कि सुरेश और प्रकाश के पिता की करोड़ों रुपए की संपति है। संपत्ति का बंटवारा भी पहले हो चुका था। बंटवारे को लेकर छोटा भाई प्रकाश नाराज था। सभी बिंदुओं पर आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर निर्मला का शव उसके स्वजन को सौंप दिया। स्वजन और बड़ी संख्या में समाजजन शव एक वाहन में लेकर एसडीएम कार्यालय जावरा पहुंचे तथा आरोपी सुरेश का मकान तोड़ने और मृतका के बच्चों को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर धरना दिया। करीब आधा घंटे तक धरना चला। तहसीलदार लीला जैन को ज्ञापन सौंपकर धरना समाप्त किया गया। तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि आर्थिक सहायत का प्रकरण जल्द तैयार कर भेजा जाएगा।
कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने बताया कि निर्मला राठौड़ के दोनों नाबालिग बच्चों को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना से प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाएगी। निर्मला के पुत्र कार्तिक की आयु 11 और पुत्री प्रीति की आयु आठ वर्ष है। दोनों बच्चों को योजना के तहत हितग्राही रूप में सूचीबद्ध किया गया है। प्रत्येक बच्चे को चार हजार रुपए प्रतिमाह शासन द्वारा दिए जाएंगे। वहीं दोनों बच्चों को अनुसूचित जाति, जनजाति एक्ट के तहत भी पीड़ित प्रतिकर राशि दी जाएगी।