मुंबई में सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित महिला ने की 10 साल के बेटे की हत्या

मुंबई। मुंबई के बांद्रा इलाके में सरकारी कॉलोनी में सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित एक महिला ने अपने 10 वर्षीय बेटे की मोबाइल चार्जिंग तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, महिला का पिछले डेढ़ साल से सिजोफ्रेनिया का इलाज चल रहा है।

बेटे के पिता रवींद्र अवाटे की शिकायत के बाद खेरवाड़ी पुलिस ने कथित हत्या के लिए महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। आरोपी महिला 36 वर्षीय अभिलाषा अवाटे है।

पुलिस के मुताबिक अवाटे दंपती की 14 साल की बेटी और 10 साल का बेटा है। वे बांद्रा में सरकारी कॉलोनी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि घटना गुरुवार शाम 7:30-7:45 बजे के बीच की है, उस दौरान, किसी कारण से अभिलाषा क्रोधित हो गई और उसका गुस्सा बढ़ गया। गुस्से में आकर वह सर्वेश को बेडरूम में खींच ले गई।

बेटी ने अपने पिता को फोन कर कहा कि उसकी मां सर्वेश के साथ मारपीट कर सकती है। इसके बाद अभिलाषा ने बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और मोबाइल चार्जिंग के तार से सर्वेश का गला घोंट दिया। पुलिस ने बताया कि सर्वेश की मौके पर ही मौत हो गई।

कॉलेज छात्रा ने की आत्महत्या, कोई सुसाइड नोट नहीं

मुंबई के गोरेगांव इलाके में एक अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थान के बाथरूम में 16 वर्षीय कॉलेज छात्रा मृत पाई गई है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार सुबह संस्थान के बाथरूम में छात्रा ने कथित तौर पर अपने जूते के फीते से फांसी लगाकर अपनी जान ले ली।

अधिकारियों के मुताबिक छात्रा सुबह हमेशा की तरह अपनी कक्षाओं में गई। ब्रेक के दौरान वह बाथरूम गई और वापस नहीं लौटी। जब स्टाफ सदस्यों ने उसकी लंबे समय से अनुपस्थिति पर ध्यान दिया तो एक परिचारिका को पता चला कि बाथरूम का दरवाज़ा अंदर से बंद था।

दरवाजा तोड़ने के बाद स्टाफ सदस्यों ने देखा कि छात्रा अंदर फंदे से लटकी हुई है। उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। स्थानीय आरे पुलिस स्टेशन ने आकस्मिक मौत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है और घटना के आसपास की परिस्थितियों की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।