नैनीताल। उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की तरह कुमाऊं के प्रसिद्ध नयना देवी मंदिर की पवित्रता दूषित करने के मामले में मंदिर प्रशासन की सख्ती के बाद शुक्रवार को नया मोड़ आ गया। आरोपी महिला स्वयं सामने आयी और उसने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी है।
महिला ने कहा कि उससे जाने अनजाने में भूल हो गई। उसने यह वीडियो इसी साल अप्रैल में बनाया और कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर अपलोड किया। उससे इसका अहसास नहीं था। उसने आगे कहा कि उसने सोशल मीडिया से वीडियो को हटा लिया है। उसने मीडिया से भी बात करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था को जो ठेस पहुंची है। उसके लिए माफी मांगती हूं।
ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन साह के अनुसार महिला आज मंदिर पहुंची और उसने ट्रस्ट के सदस्यों से लिखित में माफी मांगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले नैनीताल के प्रसिद्ध नयना देवी मंदिर परिसर में हल्द्वानी की एक महिला का फूहड़ गाने पर ठुमके लगाने का वीडियो सामने आया था। वीडियो में महिला नयना देवी मंदिर के ठीक सामने एक गाने पर ठुमकती नजर आई।
गुरुवार को वट सावित्री व्रत के मौके पर नयना देवी मंदिर में भीड़ जुटी थी। इस दौरान लोगों ने वीडियों पर रोष व्यक्त किया। मंदिर ट्रस्ट ने भी सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। साह ने आगे कहा कि कैंची धाम एवं हनुमान गढ़ी की तरह अब नयना देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं के वीडियो, रील और फोटोग्राफी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।