अजमेर। महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में चादर चढ़ाई एवं अकीदत के फूल पेश किए। उनके साथ परिवार के सदस्यों ने भी जियारत की। दरगाह आगमन पर उनका स्वागत किया गया।
उन्होंने दरगाह शरीफ में चादर एवं गुलाब के फूल चढ़ा कर अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में विभाग की उपलब्धियों से अवगत कराते हुए बताया कि सरकार की महिलाओं को संबल बनाने के लिए आईएम शक्ति जैसी योजनाओं से महिलाओं के जीवन में परिर्वतन आया है। राज्य की अनेक महिलाएं इन योजनाओं से आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनी है।
बालिकाओं के जीवन में माहवारी से आने वाले परिर्वतन पर विभाग की उड़ान योजना ने समाज में जेंडर सेनिटेशन का कार्य करने के साथ बालिकाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया है। राज्य में जनकल्याण की यह अविरल धारा बहती रहे। समाज के पिछड़े तबके मुख्यधारा से जुडें और चहुमुखी विकास को अग्रसर रहे।
राइट टू हेल्थ बिल पर क्या बोलीं भूूपेश
राजस्थान की महिमा एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने आज कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य को दिए गए राइट टू हेल्थ बिल आम और गरीब जनता की भलाई के लिए लाया गया है। गहलोत सरकार इस बिल के जरिए आमजन का बिना पैसे के इलाज कराना चाहती है।
भूपेश अपने परिजनों के साथ ख्वाजा साहब की दरगाह में जियारत करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी यह बिल सभी दलों और विपक्षी नेताओं की जानकारी में लाने के बाद विधानसभा में ध्वनि मत से पास किया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सरकार चिकित्सकों से लगातार गरीबों के हित में इस बिल को स्वीकार करने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वहां एक तानाशाह प्रवृत्ति की सरकार चल रही है। जनता को जब मौका मिलेगा इसका जवाब भी केंद्र को मिल जाएगा।