सिरोही भाजपा नगर मंडल की बैठक में संघ के नाम से बचने की कोशिश!


सबगुरु न्युज -सिरोही। सरकार बदलने के बाद जिले में सरकार के द्वारा किए गए मनोनयनो को लेकर भाजपा की नगर मंडल की कार्यकारिणी की बैठक में हंगामा हुआ।

कार्यकर्ताओं ने मंत्री ओटाराम देवासी और सांसद लुंबाराम चौधरी को सवालों से घेर लिया। लोक अभियोजकों के मनोनयनो को लेकर भाजपा में अंदरखाने पनप रही नाराजगी का जिक्र सबगुरु न्युज ने किया था। नगर मंडल की बैठक में ये नाराजगी खुलकर बाहर आई।

भाजपा नगर मंडल कार्यकारिणी की बैठक लॉ कॉलेज के निकट की गई। मंशा ये रही होगी कि हंगामा हो तो बाहर तक नहीं जाए। लेकिन, हंगामा ऐसा था कि बैठक खत्म होने के कुछ देर में ही इसकी गर्मी बाहर आ गई। कार्यकर्ताओं ने हाल में हुए लोक अभियोजकों के मनोनयनो पर सवाल उठाया। इसमें कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

सूत्रों के अनुसार सांसद लुंबाराम ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें इन मनोनयनो की सूची की जानकारी नहीं। वहींं देवासी ये बोल गए कि उन्होंने संघ के पास से आई सूची को आगे भेजा था। लेकिन, कार्यकर्ताओं ने उन्हें इसपर भी घेर लिया और पूछ लिया की संघ वाली सूची किसने भेजी ये बताईए।
प्रदेश और जिले की कार्यकारिणी बैठक के बाद आवश्यक रूप से की जाने वाली नगर मंडल कार्यकारिणी की बैठक में जिले के प्रतिनिधि के रूप में जिला महामंत्री दीपाराम पुरोहित पहुंचे थे।
सत्ता में आने के बाद भी कार्यकर्ताओं के काम नहीं होने से फेल रही नाराजगी को दूर करने के लिए इस तरह की बैठकों का अयोजन किया जा रहा है ताकि कार्यकर्ताओं की सुनी जा सके। बैठक में कांग्रेस के लोगों के लाभ वाले पदों मनोनयन के आरोप भी लगे।

सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी आधिकारी सुनते ही नहीं। लगता ही नहीं है कि सत्ता बदली है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के पास पैसा नहीं आ रहा है। कोई काम वहां नहीं हो रहा है। उनका आरोप था कि लग ही नहीं रहा है कि सरकार बदली है। कार्यकर्ताओं की सुनवाई नाम की चीज नहीं है। सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ताओं का आरोप था कि चुनावों में संगठन के साथ भीतरघात करने वाले साथ घूम रहे हैं और लाभान्वित हो रहे हैं, कर्मठ कार्यकर्ता उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं।

कार्यकर्ताओं ने बिजली पानी जैसी आधारभूत सुविधाओं का भी काम समुचित तरीके से नहीं होने की शिकायत रखी। इससे जनता में फेल रही नाराजगी से भी अवगत करवाया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने संगठन को मजबूत करने और नगर निकाय चुनावों में भाजपा का बोर्ड बनाने के लिए किए जा सकने वाले कामों पर भी अपने विचार रखे।

-संघ वाले कार्यकर्ता भी व्यथित!
सूत्रों के अनुसार मंत्री ओटाराम देवासी ने हाल में मनोनयनो के लिए संघ से आए नामों को भेजने की दलील दी। आम तौर पर जिले में ये शगल भी बन गया है को किसी मनोनयन में गलती होने पर संघ का नाम लेकर विरोध को दबाने का प्रयास किया जाता रहा है। भाजयुमो जिलाध्यक्ष के मामले में भी ऐसा हुआ था।

लेकिन लोक-अभियोजकों के मामले में ये दलील संगठन के कार्यकर्ताओं को भी बेमानी लग रही है। उनका कहना है कि जिले में आबूरोड, पिंडवाड़ा और सिरोही के ही तीन नाम तो ऐसे हैं जो संघ के सबसे कर्मठ कार्यकर्ताओं के होने के बाद भी उनका मनोनयन नहीं हुआ। ऐसे में संघ के जिस व्यक्ति की सिफारिश पर मनोनयन करने की बात की जा रही है उनका नाम भी सबको बताना चाहिए। संघ पृष्ठभूमि से जुड़े कार्यकर्ता व भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अशोक पुरोहित ने बैठक के घटनाक्रम को दुःखद बताया। साथ ही मंत्री को सबका प्रतिनिधि बताया।