विश्व कैंसर दिवस : 4 फरवरी 2024
जयपुर। राजस्थान में कैंसर का असर पुरुषों के साथ महिलाओं में भी बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में प्रतिवर्ष इस बीमारी से 65 हजार से अधिक लोग किसी न किसी रुप से दम तोड़ रहे हैं। वहीं देशभर में 12 लाख से अधिक लोग अकारण ही दम तोड़ देते हैं। विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत कैंसर की रोकथाम और इसके बचाव के लिए जागरुकता करने के लिए 1933 में हुई थी।
सवाईमानसिंह अस्पताल के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डा.पवन सिंघल ने बताया कि प्रदेशभर से कैंसर रोग के मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। इनमें 90 प्रतिशत कैंसर का कारण वर्तमान में बदल रही जीवनशैली और हमारे वातावरण के प्रभाव से संबधित होते हैं। जानकारी के अभाव में कैंसर रोगी समय पर जांच व इलाज नहीं ले पाता, इस कारण वह जल्दी इसकी चपेट में आ जाता है।
उन्होंने बताया कि आजकल कैंसर के जो रोगी आ रहे हैं उनमें मुंह व गले के अधिक हैं। इसका मुख्य कारण तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों का सेवन है। मुंह व गले के कैंसर के रोगियों में युवाओं की संख्या अधिक है। वहीं आजकल सर्वाइकल कैंसर का खतरा महिलाओं में बढ़ता जा रहा है। यह कैंसर महिलाओं की बच्चेदानी से संबधित होता है। कैंसर के प्रभाव से मुंह में अल्सर, गले में दर्द, आवाज में बदलाव और चबाने और निगलने में कठिनाई हो तो इस प्रकार के ओरल कैंसर का इलाज किया जा सकता है।
गुटखे और धूम्रपान उत्पाद बड़े जिम्मेदार
राजस्थान सहित देशभर में गुटखे, तंबाकू के साथ धूम्रपान उत्पादों का किसी भी रुप में सेवन करना कैंसर का बड़ा कारण बनता जा रहा है। राजस्थान में वर्ष 2021 में हुए ग्लोबल यूथ टोबेको सर्वे के अनुसार 13.4 प्रतिशत युवा सिगरेट का उपयोग शुरु करते है। वहीं 19.2 प्रतिशत युवा विद्यार्थी अप्रत्यक्ष रुप से धूम्रपान का शिकार हो रहे हैं। ब्रेस्ट, मुंह, फैंफड़े, बच्चेदानी, जीभ, पुरुषों में ओरल केविटि, गला, खाने की नली का कैंसर मुख्य है।
कैंसर से इस तरह से करें बचाव
-समय पर स्क्रीनिंग जरुरी है।
-पोष्टिक भोजन का सेवन
-स्मोकिंग व तंबाकू उत्पादों का सेवन न करें
-मदिरा का सेवन न करें
-अपने वजन को नियंत्रित रखें
-तनाव कम करें
-समय—समय पर चेकअप कराते रहें
क्लोज द केयर गैप थीम से हो रही कैंसर अवेयरनेस
सुखम फाउंडेशन की ट्रस्टी डा.सुनीता ने बताया कि विश्व कैंसर दिवस पर क्लोज द केयर गैप थीम से दुनियांभर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है। इस दिन प्रदेश सहित दुनियांभर में कैंसर रोग से बचाव के बारे में जानकारी, इसके प्रारंभिक लक्षणों की पहचान और इसके इलाज के बारे में विषय विशेषज्ञों की और से जानकारी दी जाती है।
उन्होने बताया कि कैंसर रोग में प्रारंभिक जानकारी के अभाव में लोगों में कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई है, जिसके चलते उन्हे सही उपचार नही मिल पाता। इसलिए इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
डा.सुनीता ने बताया कि राज्य व केंद्र सरकार को तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों पर रोक लगानी चाहिए और इस प्रकार के सभी उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही प्रदेश में कैंसर रजिस्ट्री और ऑडिट आवश्यक है। इससे कैंसर रोगियों की संख्या और उसके होने वाले कैंसर के कारणों का पता लगाया जा सकेगा। इससे उपभोगकर्ता हत्तोत्साहित होगा।