नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने रविवार को नवनिर्मित संसद भवन के पास महिला महापंचायत के लिए जा रहे बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित अन्य प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में ले लिया।
जिस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे, उस समय करीब दो किलोमीटर दूर स्थित पहलवान विनेश फोगाट और संगीता फोगाट ने संसद की ओर जाने के लिए पुलिस सुरक्षा भेदने की कोशिश की। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया।
इसी बीच, साक्षी के अकाउंट से किए गए एक ट्वीट के अनुसार पुलिस ने जंतर-मंतर पर लगे प्रदर्शनकारी पहलवानों के तंबुओं को उखाड़ना शुरू कर दिया है। एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की मांग कर रहे पहलवान एक माह से यहां प्रदर्शन पर बैठे थे।
पहलवानों के महिला सम्मान महापंचायत के आह्वान के बाद दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी थी। लुटियंस दिल्ली इलाके में रविवार को हजारों पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था और कई जगहों पर बैरिकेड लगाई गई थीं।
पहलवानों ने कहा था कि वे किसी भी कीमत पर नए संसद भवन के पास अपनी ‘महापंचायत’ करेंगे। पुलिस ने कहा कि किसी भी प्रदर्शनकारी को नए भवन की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पहलवानों को किसी भी ‘राष्ट्र-विरोधी गतिविधि’ में शामिल नहीं होना चाहिए। पहलवानों ने कहा था कि पुलिस का बल प्रयोग उन्हें शांतिपूर्ण मार्च और महापंचायत आयोजित करने से नहीं रोक पाएगा।