सना। यमन के हउती समूह ने सोमवार को कहा कि लाल सागर में अमरीकी नौसैनिक बलों ने उसके 10 लड़ाकों को मार डाला है। इस घटना के समनय लड़ाके अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में एक वाणिज्यिक जहाज का अपहरण करने की कोशिश कर रहे थे।
हउती के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने समूह के न्यूज चैनल अल-मसीरा को बयान में बताया कि अमेरिकी सेना ने हउती विद्रोहियों की तीन नावों पर उस वक्त हमला किया, जब उनके लड़ाकू फिलिस्तीनी लोगों के प्रति एकजुटता और समर्थन में इजराइल से संबंधित जहाजों को लाल सागर से गुजरने से रोकने के लिए अपने मानवीय और नैतिक कर्तव्य का पालन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमरीका को इस अपराध के परिणामों को भुगतना होगा।
हउती अधिकारी ने कहा कि विद्रोही समूह ने मालवाहक जहाज को उपयुक्त नौसैनिक मिसाइलों से निशाना बनाया, लेकिन यह जानकारी नहीं दी कि मिसाइलें लक्ष्य पर लगीं या नहीं। इससे पहले, अमरीकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि उसके नौसैनिक बलों ने लाल सागर में एक व्यापारी नाव से हउती हमले की जानकारी के बाद जवाबी कार्रवाई की, जिसके कारण हउती की तीन नौकाएं डूब गईं और उनके सभी चालक दल मारे गए।
अमरीकी सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि सिंगापुर के झंडे वाले कंटेनर जहाज मेर्स्क हांग्जो ने 24 घंटे से भी कम समय में दूसरी संकट कॉल जारी की, जिसमें चार ईरानी समर्थित हउतरी छोटी नौकाओं द्वारा हमला किए जाने की सूचना दी गई। इस हमले में अमरीकी कर्मियों या उपकरणों को कोई नुकसान नहीं हुआ।