लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट बुधवार को सदन में पेश किया। बजट का आकार 28 हजार 760 करोड़ 67 लाख रूपए हैं जिसमें राजस्व लेखे का व्यय 19 लाख,चार हजार 639 करोड़ रुपए और पूंजी लेखे का व्यय नौ हजार 714 करोड़ रूपए दर्शाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 2876067.38 लाख रूपये की अनुपूरक बजट का प्रस्ताव सदन के पटल पर रखा। अनुपूरक अनुदान में 1904639.11 लाख रूपए का राजस्व लेखा व्यय और 971428.27 लाख रूपए पूंजी लेखा व्यय के लिए रखे गए हैं। बजट में सात हजार 421 करोड़ 21 लाख रूपए नई योजनाओं और 21 हजार 339 करोड़ रूपए चालू योजनाओं को पूरा करने के लिए मांगे गए हैं।
अनुपूरक अनुदान में पीएम पोषण योजना के अंतर्गत रसोइया मानदेय, अलीगढ और गोरखपुर में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज, जलजीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप पेयजल योजना के निर्माण, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थपना सुविधा के लिए धन की जरूरत बताई गई है। इसके अलावा राज्य प्रमुख और जिला मार्गो के लिए, शहरी क्षेत्र में नए सेतुओं के निर्माण के लिए बजट की जरूरत बताई गई है।