SPCGCA में योजना पर्व का शुभारंभ, विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित

अजमेर। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में योजना मंच के तत्वावधान में योजना पर्व का शुभारंभ सोमवार को गरिमामयी वातावरण में हुआ। उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो मनोज कुमार बहरवाल ने अध्यक्षता करते हुए विद्यार्थियों को औपनिवेशिक मानसिकता से दूर रहकर अपने देश की गौरवशाली संस्कृति, सभ्यता और इतिहास पर गर्व करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय निदेशक कॉलेज शिक्षा प्रो. सुशील कुमार बिस्सु ने अपने प्रेरक उद्बोधन में अमृतकाल के पंच प्रण की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह पंच प्रण भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रत्येक नागरिक के योगदान का प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों को यह समझाया कि यदि भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है, तो सबसे पहले हमें समाज में व्याप्त भेदभाव और पूर्वाग्रहों को त्यागकर एकजुट होकर भारतीय होने की भावना को प्राथमिकता देनी होगी।

उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र तभी प्रगति कर सकता है, जब उसके नागरिक अपने अधिकारों से पहले अपने कर्तव्यों को समझें और पूरी निष्ठा के साथ उनका पालन करें। उन्होंने विद्यार्थियों को कर्तव्य-पालन और कर्म के प्रति समर्पण की भावना विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कई प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए समझाया कि यदि हम अपने कर्तव्यों को पूरी लगन और ईमानदारी के साथ निभाएं, तो अपने व्यक्तिगत और राष्ट्रीय दोनों प्रकार के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है।

उनके संबोधन ने विद्यार्थियों को यह समझाया कि सिर्फ अधिकारों की बात करने से राष्ट्र का निर्माण नहीं होता, बल्कि अपने कर्तव्यों और कर्मों के प्रति पूरी निष्ठा और समर्पण से ही एक मजबूत और सशक्त भारत का निर्माण संभव है।

अकादमिक प्रभारी प्रो. अनिल कुमार दाधीच ने विद्यार्थियों को योजना मंच के तहत आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। योजना मंच के संयोजक डॉ. अनुप कुमार आत्रेय ने प्रतियोगिताओं की जानकारी देते हुए बताया कि यह मंच विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और व्यक्तित्व विकास का अवसर प्रदान करेगा।

इसके बाद महाविद्यालय के प्राचार्य ने योजना मंच की कार्यकारिणी और विद्यार्थी प्रबंधन समिति के सदस्यों को शपथ ग्रहण करवाई। सदस्यों ने नवाचार, सहयोग और जिम्मेदारी के साथ भारत के उज्जवल और समावेशी भविष्य के निर्माण हेतु समर्पित रहने की प्रतिज्ञा ली।

द्वितीय सत्र में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। क्विज प्रतियोगिता में 167 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके बाद संयुक्त परिवार व्यवस्था: सशक्तीकरण विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में 156 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

विज्ञापन बनाओ प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने समूह में भाग लेकर विभिन्न विषयों पर रचनात्मक विज्ञापन प्रस्तुत किए। इस प्रतियोगिता में 65 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रो. लीलाधर सोनी, डॉ. वर्षा महेश्वरी और डॉ. सरिता चांवरिया उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में योजना मंच के परामर्श मंडल के सदस्य डॉ. हरभान सिंह, डॉ. देवकी मीणा, डॉ. गायत्री तंवर, डॉ. सुरेंद्र यादव, और डॉ. सीपी दादलानी के साथ अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आस्था दुबे ने किया।

अंत में योजना मंच की प्रभारी प्रो. प्रकाश सीरवी ने सभी अतिथियों, निर्णायकों, प्रतिभागियों और आयोजन समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मीनाक्षी, मोनिका, निशा, अनुराधा, लक्ष्य, रिया, विनीत, वीरेंद्र, भवानीशंकर, विशाल, जया, कंचन, यामिनी, लारा, लोकेश,निश्चल, हार्दिक, अंकुर, अवतरित, रिया, अंशिका, किंजल, हितेश, प्रियंका, रूपरीत, आदित्य, तनिष्क, कुणाल, गोविंद आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

तीरंदाजी प्रतियोगिता छात्रों ने दिखाया दम

महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय की ओर से दयानंद महाविद्यालय में आयोजित अंतर महाविद्यालय तीरंदाजी प्रतियोगिता में सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय के तीरंदाजों ने अपना दबदबा कायम किया। प्राचार्य प्रो मनोज बहरवाल एवं खेल प्रभारी प्रो मनोज कुमार यादव ने बताया कि दिनेश कुमावत ने 50 मीटर में स्वर्ण पदक तथा 30 मीटर में कांस्य पदक प्राप्त किया। हितेश कुमावत ने 30 मीटर में रजत पदक तथा 50 मीटर में कांस्य पदक प्राप्त करके महाविद्यालय का नाम रोशन किया। टीम प्रभारी डॉ जितेंद्र थदानी ने बताया कि महाविद्यालय के दोनों विद्यार्थी अगले चरण में उड़ीसा में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे।